‘आचार संहिता के दौरान राम रहीम…’, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कर दी बड़ी मांग
Gurmeet Ram Rahim News

Gurmeet Ram Rahim News: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने हरियाणा चुनाव के बीच परोल की मांग रखी है. अब कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिख उसको परोल न देने की मांग की है.
Gurmeet Ram Rahim News: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच डेरा सच्चा सौदान के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट में परोल की मांग की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग की शर्त पर उसे फिर से बाहर आने की इजाजत मिल गई है. अब हरियाणा कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक लिखी चिट्टी है, जिसमें कहा गया है कि डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख राम रहीम जेल से बाहर आया तो चुनाव को प्रभावित कर सकता है. इसलिए पार्टी ने मांग की है कि आचार संहिता के दौरान उसे परोल नहीं दी जानी चाहिए.
हरियाणा कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग को जो चिट्ठी भेजी गई है, उसमें लिखा है, “मैं आपका ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि बीजेपी शासित हरियाणा सरकार राम रहीम को परोल देने जा रही है. राम रहीम को अगर परोल दी गई है, तो हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 में मतदान से पहले वह मतदाताओं को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि उसे धार्मिक उपदेशक के रूप में बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है. इस संबंध में उसका पिछला रिकॉर्ड जगजाहिर है.”
इतना ही नहीं, पत्र में आगे लिखा गया है, “…इसलिए अनुरोध है कि कृपया एक उचित आदेश पारित किया जाए. आदर्श आचार संहिता लागू होने के दौरान राम रहीम को परोल नहीं दी जा सकती.”
हरियाणा के इन जिलों में राम रहीम का प्रभाव
दसअसल, गुरमीत राम रहीम यौन शोषण और हत्या मामले में 20 साल की सजा काट रहा है. वह अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. हरियाणा चुनाव के बीच उसने 20 दिन की परोल मांगी थी. चुनाव के लिहाज से राम रहीम का हरियाणा के सिरसा, अंबाला, कुरुक्षेत्र और हिसार जिलों में काफी प्रभाव है, जहां कुल 36 विधानसभा सीटें हैं.
7 साल में 10 बार बाहर आ चुका है राम रहीम
गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम बीते सात साल में करीब 10 बाहर जेल से बाहर आ चुका है. इससे पहले मुख्य चुनाव अधिकारी ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर परोल को लेकर सवाल भी पूछे थे. सरकार से ये पूछा गया था कि चुनाव के समय किसी दोषी को परोल पर रिहा करना कितना सही है?